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पिथौरागढ़। प्रदेश सरकार ने पिथौरागढ़ के उर्ग और चंपावत जिले के खर्ककार्की गांव को आदर्श संस्कृत गांव घोषित कर दिया है। इन संस्कृत गांवों में सभी कामकाज और बोलचाल देववाणी संस्कृत में ही होगी। इसके लिए सरकार संस्कृत प्रशिक्षकों की नियुक्ति करेगी। प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह धामी ने कहा कि इस प्रयास से प्रदेश की दूसरी राजभाषा का व्यापक विकास होगा और राज्य में संस्कृत के गौरव को पुनर्स्थापित किया जा सकेगा। प्रदेश के सभी 13 जनपदों में एक-एक आदर्श संस्कृत ग्राम घोषित किए गए हैं। जल्द ही इन गांव में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली द्वारा अंशकालिक संस्कृत प्रशिक्षक और सहायक प्रशिक्षक तैनात होंगे।
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