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पिथौरागढ़। डॉ. अंबेडकर संयुक्त संयोजन समिति ने प्रदेश में उपनल कर्मचारियों के नियमितीकरण पर सवाल खड़े किये हैं। समिति के अध्यक्ष गोपाल राम सिरोला की अध्यक्षता में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि उपनल के माध्यम से पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को रोजगार से जोड़ने का कार्य किया जाना था लेकिन कुछ समय बाद इस अवधारणा को ताक पर रखकर मनमाने तरीके से नियुक्तियां कर दी गई। पूरे प्रदेश में 20,000 से अधिक नियुक्तियां हुई है।
उन्होंने कहा है कि इन नीतियों में आरक्षण का कोई ध्यान नहीं रखा गया था, इससे आरक्षित वर्ग के युवाओं की अनदेखी की गई है। वक्ताओं ने कहा कि अगर यह संवैधानिक नियुक्ति है तो इसमें आरक्षण होना जरूरी है अन्यथा की स्थिति में आरक्षण को पूरा करने के लिए नए अभ्यर्थियों को इन कार्मिकों के साथ बिना किसी समय सीमा की बाध्यता के नियुक्ति दी जानी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता तो संगठन आंदोलन के लिए बाध्य होगा। बैठक में डॉ. महेश मुरारी ने बैकलॉग का मामला उठाया और कहा कि बैकलॉग भर्ती के मामले में गुमराह किया जा रहा है। इसके लिए आंदोलन की रूपरेखा भी तय की जा रही है। बैठक में निजीकरण से नियुक्तियों में रोक लगाए जाने की मांग भी उठाई गई।