पिथौरागढ़ के बाल विद्या मंदिर अडकिनी में सातू आठू कार्यक्रम का आयोजन हुआ। विद्यालय के किशन चंद ने बच्चों को सातू आठू पर्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने गौरा और महेश्वर की प्रतिमा तैयार करने की परंपरागत विधि बताई।
प्रबंधक डौली जोशी ने कहा सातू आठू पर्व सोर घाटी की महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा है, जिसे बच्चों को जानना बेहद जरूरी है। इस अवसर पर विद्यालय के गोविंद सौन, जानकी बिष्ट, नीलम, चांदनी, दीप्ति आदि मौजूद रहे।