एन आई एन पिथौरागढ़ में काली और धौली नदी के तट पर स्थित हिमालयन शिव शक्ति पीठ तवाघाट में तमिलनाडु, कर्नाटक और उत्तराखंड से आए विद्वान आचार्यो ने 108 शिवलिंगों का अष्टबंधन किया।
पंचनाम दस जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी वीरेंदानंद ने बताया कि यह कार्य अखाड़ा परिषद के संरक्षक हरि गिरि महाराज के मार्गदर्शन में संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि यह पड़ाव आने वाले वक्त में पंचाचूली, छिपला केदार, ओम पर्वत, आदि कैलाश यात्रा का महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा। वर्तमान में केंद्र आपदा निवारण केंद्र के रूप में भी कार्य कर रहा है।