एन आई एन पिथौरागढ़। नन्ही परी को न्याय दिए जाने को लेकर चल रही लड़ाई के बीच पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर सरकारी वकीलों की भर्ती पारदर्शी परीक्षा प्रणाली से कराये जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि वादकारी को निजी वकील रखने का विधिक अधिकार भी दिया जाये।
उन्होंने कहा कि सरकारी वकीलों की तैनाती की परंपरा ब्रिटिश काल से चली आ रही है। सत्ता पक्ष के नेताओं के रिश्ते नातेदार सरकारी वकील बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह परंपरा नहीं होती तो पिथौरागढ़ की नन्ही परी को सुप्रीम कोर्ट में न्याय मिल जाता। उन्होंने कहा कि जब संविदा आउटसोर्स कर्मचारी के लिए परीक्षा हो रही है तो सरकारी वकीलों के लिए क्यों परीक्षा आयोजित नहीं कराई जा रही।