सोमवार रात देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में हुई मूसलधार वर्षा ने व्यापक तबाही मचा दी। सहस्रधारा के पास कारलीगढ़ में अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ। मालदेवता क्षेत्र में नदी के उफान से सड़क और पुल बह गए, जबकि रिस्पना और बिंदाल में नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई कालोनियां जलमग्न हो गईं। घरों में मलबा घुस गया और कई दुकानें व होटल बह गए।
देहरादून-पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रेमनगर नंदा चौकी के पास पुल बह जाने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया। मसूरी-देहरादून मार्ग भी भूस्खलन से बंद हो गया। आसन नदी में ट्रैक्टर-ट्राली बहने से 15 लोग लापता हो गए, जिनमें से दो के शव मिल चुके हैं। प्रशासन ने सात लोगों के लापता होने की पुष्टि की है। कालसी चकराता मार्ग पर जज रेट पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक पंजाब युवक की मौत हो गई। मसूरी झड़ीपानी में भूस्खलन में दो लोग दब गए, जिनमें एक की मौत हो गई। मलबा भरने के कारण देवभूमि कालेज के छात्र-छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकाला गया। टपकेश्वर महादेव मंदिर में पानी भरने से रेलिंग व पानी की टंकी बह गई। प्रशासन ने अब तक छह लोगों की मौत और सात लोगों के लापता होने की पुष्टि की है। राहत कार्य जारी हैं।