
उत्तराखंड और भारतीय इतिहास में याद रहेगा यह ऐतिहासिक दिन: ग्रामीणवासी
खटीमा। एक ओर खुशी का माहौल तो दूसरी ओर सभी की आंखें नम थीं।
आज से 2 वर्ष पूर्व खटीमा के भूढ़ा किशनी निवासी 18 कुमाऊं रेजीमेंट के नीरज भंडारी , जिनकी शादी को मात्र 34 दिन हुए थे, छुट्टी पर आए हुए थे। इस ही बीच खटीमा से घर लौटते वक्त लोहिया पुल के समीप ट्रैक्टर ट्राली के द्वारा एक्सीडेंट में उनका आकस्मिक निधन हो गया था।
बुधवार को उनकी धर्मपत्नी सोनी ने इंडियन आर्मी ऑर्डिनेंस में लेफ्टिनेंट पद पर शपथ ग्रहण कर पहली बार छुट्टी पर आने पर ग्राम वासियों और पूर्व सैनिक संगठन खटीमा ने उनके माता-पिताजी और सास ससुर के साथ उनका भव्य स्वागत किया। इस दौरान सभी क्षेत्रवासी सहित आसपास के लोगों द्वारा उन्हें बधाई देने के साथी उज्जवल भविष्य की कामना की।
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इतिहास में हमेशा याद रहेगा यह दिन
खटीमा। जहां एक ओर खुशी का माहौल है, तो वही सभी की आंखें नम थीं। लोगों का कहना था कि कि इस दिन को उत्तराखंड और भारत के इतिहास में हमेशा के लिए याद किया जाएगा।
मृदुल पांडेय
खटीमा।


