
एन आई एन
पिथौरागढ़। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी की अध्यक्षता में जिला गंगा संरक्षण समिति एवं सारा परियोजना के अंतर्गत जल संरक्षण अधिनियम 2025 के प्रभावी संचालन व क्रियान्वयन हेतु कार्यनीति निर्धारण को लेकर अहम बैठक आयोजित की गई।बैठक में नदियों की स्वच्छता, सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, वेस्ट मैनेजमेंट और स्वच्छता अभियानों की प्रगति की समीक्षा की गई। भगीरथ मोबाइल ऐप पर अब तक 526 जल स्रोत अपलोड किए गए हैं, जिनमें से 195 स्रोतों के जीर्णोद्धार का लक्ष्य तय किया गया है।जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे स्थलीय निरीक्षण कर प्राथमिकता के आधार पर उपचार योजना तैयार करें। साथ ही, मैसर कुंड, थामरी कुंड और बिर्थी फॉल जैसे प्रमुख जल स्रोतों के पुनर्जीवन के लिए योजनाएं बनाने को कहा। होम स्टे व होटलों की प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ संयुक्त जांच, शवदाह स्थलों की नियमित सफाई, और स्थानीय व्यापार मंडलों के सहयोग से स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में आईटीबीपी, एसएसबी, जल निगम, वन विभाग, नमामि गंगे, और खंड विकास अधिकारी सहित कई विभागों के प्रतिनिधि शामिल रहे। जिलाधिकारी ने अनुपस्थित अधिकारियों को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए ।