न्यूज़ इंडो नेपाल
पिथौरागढ़। उत्तराखंड क्रांति दल कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कहा है कि राज्य निर्माण के बाद उत्तराखंड के मूल निवासियों का हक समाप्त करने की साजिश के तहत मूल निवास को समाप्त कर स्थाई निवास के रूप में प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि इसका लाभ उठाकर बाहरी लोग यहां भूमि की अंधाधुंध खरीद फरोख्त कर रहे हैं। उन्होंने 1950 से निवास को मानक मानते हुए मूल निवास प्रमाण पत्र जारी करने की मांग की है जिससे कि यहां के निवासियों के हक हकूक सुरक्षित रह सके। यहां दल के शीर्ष नेता काशी सिंह ऐरी, चंद्र शेखर पुनेड़ा, निर्मल चौधरी, चंद्रशेखर कापड़ी समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।