न्यूज़ इंडो नेपाल
अस्कोट। क्षेत्र की रामलीला में धनुष यज्ञ से परशुराम-लक्ष्मण संवाद तक का मंचन किया गया। धनुष यज्ञ में पधारे राजाओं के बीच रावण के पहुंचने पर खलबली मच गई। आकाशवाणी सुनकर रावण चला जाता है। स्वयंवर में राजाओं के असफल होने पर राजा जनक चिंतित हो जाते हैं। विश्वामित्र के आदेश से राम द्वारा धनुष तोड़ देते हैं। सीता राम को वर माला पहनाती है। राम गौरव पाल, लक्ष्मण अनुराग कुंवर, सीता दिव्यांशु धामी, परशुराम की भूमिका गणेश भट्ट ने निभाई। मुख्य अतिथि 1975 तक पांच बार राम की भूमिका निभाने वाले सेवानिवृत्त कमांडर नारायण सिंह धामी रहे। यहां अध्यक्ष होशियार सिंह पाल, गोविंद भंडारी, सुशील पाल, विक्रम पाल, दिनेश, महेश, वीरजंग, गोविंद रावत समेत दर्शक मौजूद रहे।