न्यूज़ इंडो नेपाल

पिथौरागढ़। सोरघाटी में आयोजित रामलीला के नौवें दिन का मंचन रावण दरबार से हुआ। अंगद राम दूत बनकर रावण को समझाने पहुंचते हैं। वह कहते हैं कि माता सीता को श्रीराम को लौटा दें लेकिन अहंकार के मद में चूर रावण अंगद के प्रस्ताव को अस्वीकार कर देता है। अंगद के वापस लौटने, लक्ष्मण-मेघनाद युद्ध, लक्ष्मण को श​क्ति, हनुमान का संजीवनी लाने और लक्ष्मण की मूर्छा लौटने तक का मंचन किया गया। यहां अति​थि वीरेंद्र साह ठुलघरिया, वीरेंद्र व​ल्दिया, हयात भंडारी समेत कई दर्शक मौजूद रहे।

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