न्यूज़ इंडो नेपाल
खटीमा। श्रीपुर बिचुवा गांव में एक रोचक प्रकरण सामने आया है, गांव के धर्मानंद भट्ट का 42 वर्ष पुत्र नवीन जो कि अपनी शराब पीने की लत के चलते परिवार और बच्चों से काफी समय से अलग रहता था जिसका पता ठिकाना भी घर वालों को पता नहीं था। 25 नवंबर को घर वालों के पास सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी से सूचना आती है कि एक डैड बॉडी मिली है जो नवीन से मिलती है। घर वाले वहां जाकर देखने के बाद तस्दीक करते हैं कि शव नवीन का ही है और उसका हल्द्वानी में ही पोस्ट मार्टम करवाने के बाद बॉडी घर ले आते हैं। देर शाम बॉडी घर पहुंचने के कारण गांव के लोग रात भर उसका पहरा करते हैं और दूसरे दिन उसका रीति रिवाज के साथ बनबसा में अंतिम संस्कार कर देते हैं। पुत्र तथा सहोदर क्रिया में भी बैठ जाते हैं। क्रिया में बैठे भाई जो कि रूद्रपुर में खाने का होटल चलाता है उसके पास किसी परिचित युवक का फोन आता है कि तुम कहां हो आजकल दुकान बंद क्यों है तो वह बताता है कि भाई नवीन की क्रिया में बैठे हैं तो वह युवक कहता है कि नवीन को तो उसने अभी दूसरी गली की तरफ जाते देखा है। भाई यह सब मजाक समझता है तो युवक थोड़ी देर में नवीन के पास पहुंचकर वीडियो कॉल कर नवीन को दिखा देता है। इसके बाद परिवार सहित पूरे गांव में हड़कंप मच जाता है। परिजनों ने प्रबुद्ध लोगों से सलाह मशविरा कर पुलिस को इस मामले की सूचना दे दी है। परिजन नवीन को लेने रूद्रपुर को रवाना हो चुके हैं फिलहाल यह प्रकरण पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है। नवीन मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के मूनाकोट के बेलतड़ी गांव के रहने वाले हैं।