न्यूज़ इंडो नेपाल
पिथौरागढ़। देवउठनी एकादशी से तुलसी उद्यापन शुरू हो गए हैं। यह कार्यक्रम आगामी पूर्णिमा तक संपन्न होगें जिसे तुलसी विवाह कहा जाता है। मान्यता है कि देव निद्रा से जागृत अवस्था में आ जाते हैं। तब मांगलिक कार्य विवाह, घर प्रवेश आदि कार्यक्रम शुरू हो जाते हैं। इसी क्रम में यहां, ममता, निर्मला, बिमला, रेखा, तुलसी, गंगा, पुष्पा,जानकी देवी सहित तमाम महिलाओं ने पंडित मोहन चंद्र ओझा के हाथों तुलसी विवाह संपन्न कराया। उचित दान दक्षिणा देकर तुलसी पूजा का पारायण किया गया।