न्यूज़ इंडो नेपाल

पिथौरागढ़। भारत एवं नेपाल की साझा संस्कृति का प्रतीक त्रिपुरा सुंदरी का मेला 21 नवंबर से शुरू होगा। 22 नवंबर को बड़ा मेला बड़ी जात होगी। इस दिन मेले में दर्जनों भैंसे व सैकड़ों बकरों की बलि दी जाएगी। मेला संयोजक प्रकाश पुजारा ने बताया कि इस बार भी मेले में शराब पर पूर्णतया पाबंदी रहेगी। मेले के लिए त्रिपुरा सुंदरी मंदिर को भव्य रूप दिया गया है। मेला और मंदिर परिसर को बिजली मालाओं से सजाया गया है। साथ ही भारत व नेपाल से आने वाले दर्शनार्थियों के लिए काफी मात्रा में शौचालय निर्माण किए गए हैं। यह मंदिर यूनेस्को की विशेष धरोहरों में सूचीबद्ध है। मेला देखने के लिए नेपाल से ही नहीं अपितु भारत से भी सैकड़ों लोग पहुंचते हैं।

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