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चंपावत/पिथौरागढ़। जिलों के बिस्जूला क्षेत्र के रहने वाले दो युवक और दो युवतियों ने यूकेपीएससी में जेई की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। खर्क ककनौला गांव के रहने वाले भुवन खर्कवाल का चयन पीडब्ल्यूडी विभाग में हुआ है। भुवन ने 20 साल तक इंडियन नेवी में भी सेवा दी। इससे पूर्व कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी उनका चयन हुआ था। अपने गांव में सामाजिक कार्यक्रम में बढ़-चढ कर भागीदारी करने वाले भुवन के पिता स्वर्गीय दुर्गा दत्त खर्कवाल खटीमा में एडवोकेट थे, उनकी माता का निधन वर्ष 2008 में हो गया था। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय परिजनों को दिया है। वही खर्क पटौटी के रहने वाले जगदीश खर्कवाल की पुत्री पूजा खर्कवाल भी इस परीक्षा में सफल रही है। पूजा ने कक्षा पांचवी तक की पढाई प्राइमरी विद्यालय दयारतोली से प्राप्त की 12वीं तक की परीक्षा विवेकानंद विद्या मंदिर लोहाघाट से ली और लोहाघाट से पॉलिटेक्निक के बाद उन्होंने बीटेक किया। घर पर ही तैयारी कर उन्होंने सफलता अर्जित की। उनके पिता जगदीश खर्कवाल लोहाघाट खड़ी बाजार में बर्तन की दुकान चलाते हैं। इसी क्षेत्र के सटेरा नरियाल गांव के रहने वाले उमेश नरियाल की पुत्री प्रियंका नरियाल भी जेई बन गई है। उन्होंने इंटर तक की परीक्षा दयारतोली से लेने के बाद लोहाघाट से पॉलिटेक्निक किया उनके पिता उमेश नरियाल गांव में ही दुकान चलाते हैं इसी क्षेत्र के दिरखोला गांव की रहने वाली महिमा पंगरिया ने भी जेई की परीक्षा में सफल हो गई है। उन्हें सिंचाई विभाग में तैनाती मिली है। महिमा ने अपनी शिक्षा झूलाघाट से ली। इंटर सरस्वती बालिका विद्या मंदिर पिथौरागढ़ से किया। मूनाकोट से पॉलिटेक्निक करने के बाद उन्होंने यह परीक्षा दी और इसमें सफल रही। महिमा के चार भाई बहन है वह सबसे छोटी बहन है। उनकी माता मीना पंगरिया झूलाघाट में गिफ्ट सेंटर चलती हैं। पिता का पूर्व में ही निधन हो चुका है। लोहाघाट के ही किमोटा की रहने वाली महेश चंद्र पंगरिया की पुत्री कुसुम पंगरिया ने भी जेई की परीक्षा उत्तीर्ण की है। वर्तमान में उनका परिवार टनकपुर में रहता है, उन्हें कृषि विभाग आवंटित हुआ है क्षेत्र से 5 लोगों के चयन पर जनप्रतिनिधियों में बधाई दी है।