न्यूज आई एन


पिथौरागढ़। जिले के विभिन्न न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न प्रकार के 275 मामलों का सुलह- समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया।
शनिवार को पिथौरागढ़ जिला न्यायालय में गठित बैंच संख्या एक के पीठासीन अधिकारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश शंकर राज और सदस्य एडवोकेट निशांत पुनेड़ा ने एक आपराधिक मामले, सात एनआई एक्ट, तीन अन्य प्रकति का वाद का निस्तारण किया। इसी बैंच ने अपर जिला एवं सत्र न्यायालय का एक आपराधिक शमनीय मामले का भी निस्तारण किया। बैच संख्या दो के पीठासीन अधिकारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संजय सिंह और सदस्य एडवोकेट विनोद सिंह मतवाल ने चार आपराधिक शमनीय मामले, आठ एनआई एक्ट, छह वैवाहिक, 108 एमवी एक्ट सहित 125 मामलों का निस्तारण किया गया। बैंच संख्या तीन के पीठासीन अधिकारी वरिष्ठ सिविल जज आरती सरोहा और सदस्य एडवोकेट प्रदीप पाठक ने एक एनआई एक्ट, छह वैवाहिक मामले, दो अन्य दिवानी वाद,छह एमवी एक्ट सहित 14 मामलों का निस्तारण किया गया। बैंच संख्या चार के पीठासीन अधिकारी सिविल जज पूनम टोडी और सदस्य एडवोकेट ललिता ले एक वैवाहिक मामला, दो अन्य दिवानी प्रकृति का वाद, 13 एमवी एक्ट कुल 16 मामलों का निस्तारण किया। इस बैच ने बैंक ऋण संबंधी 15 प्री लिटिगेशन मामलों का सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण किया। सिविल जज गंगोलीहाट न्यायालय ने दो आपराधिक शमनीय मामले. दो एनआई एक्ट, चार एमवी एक्ट कुल आठ मामलों का निस्तारण किया। बैंच संख्या पांच के पीठासीन अधिकारी सिविल जज अवंतिका सिंह चौधरी और सदस्य एडवोकेट त्रिलोक सिंह जंगपांगी ने चार आपराधिक शमनीय मामले, तीन एनआई एक्ट दो बैंक ऋण संबंधी मामले,पांच वैवाहिक मामले, पांच एमवी एक्ट सहित कुल 19 मामलों का निस्तारण किया। इस बैंच ने बैंक ऋण संबंधी 41 प्री लिटिगेशन मामलों का भी सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण किया। इसी बैंच ने सिविल जज धारचूला न्यायालय के एक आपराधिक शमनीय मामले, दो वैवाहिक मामले, 19 एमवी एक्ट कुल 22 मामलों का निस्तारण किया। इस दौरान धारचूला के बैंक ऋण संबंधी तीन प्री लिटिगेशन मामलों का भी सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया।

error: Content is protected !!