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पिथौरागढ़। मजिरकांडा गांव के मनमहेश मंदिर में तीन वर्ष बाद हुई चैतोल मंगलवार को धूमधाम से संपन्न हुई। मंदिर परिसर में मेले का आयोजन हुआ। आयोजन के दूसरे दिन मजिरकांडा मनमहेश मंदिर से चैतोल की छात सेठी गांव ले जाई गई। सेटी गांव से असुर देवता के मंदिर पहुंचकर तल्ली गांव, चौंडाला में पंचकोटी देवता के यहां चैतोल छात घुमाकर खंडे नाथ मंदिर पहुंची। मंदिर परिसर में मनमहेश और असुर देवता के डंगरिया अवतरित होने”के बाद असुर देवता मन महेश देवता को अपने कंधों में बैठकर चैतोल छात के साथ मन महेश मंदिर ले गए जहां दोनों ने क्षेत्र की जनता को सुख संपन्नता का आशीर्वाद दिया।