एन आई एन
पिथौरागढ़। ज़िले के थल स्थित पवित्र रामगंगा घाट, जहां आसपास के कई गांवों के लोग पीढ़ियों से अंतिम संस्कार करते आ रहे हैं, आज बदहाली और उपेक्षा का शिकार है। सामाजिक कार्यकर्ता निखिल पन्त ने कहा, टूटी सड़कों, कीचड़ भरे रास्तों और गंदगी से जूझ रहा यह स्थल “निर्मल गंगा – अविरल गंगा” जैसी सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत को उजागर करता है। दो विधानसभा क्षेत्रों की सीमा पर स्थित होने के बावजूद इस घाट की ओर कोई जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहा। उन्होंने अपनी संस्कृति व संवेदनाओं से जुड़े इस स्थल को सुधारने की मांग की है।

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