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पिथौरागढ़ वन विभाग, विंग फाउंडेशन और हिमालय शेफर्ड के तत्वाधान में 28 अप्रैल से 7 मई तक चलाई गई बटरफ्लाई काउंट का सातवां चरण पूरा हो गया है। प्रभागीय वनाधिकारी आशुतोष सिंह ने कहा कि अभियान के माध्यम से तितलियों के संरक्षण के साथ ही वनाग्नि के प्रति भी लोगों को जागरूक किया गया। अभियान जिले के विभिन्न स्थलों और स्कूलों में चलाया गया। इस दौरान स्कूली बच्चों को तितलियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। गणना में शामिल बृजेश धर्मसत्तू ने जौहार घाटी में पाई जाने वाली विशेष तितली कुमाऊं मीयो ब्लू के बारे में भी विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इसे वर्ष 1926 में मिलम गांव के आसपास खोजा गया था। हिमालय शेफर्ड के चंदन कुमार ने कहा कि बटरफ्लाई काउंट से ऐसी प्रजातियों का पता चल सकता है जो अज्ञात है या विलुप्ति के कगार पर है। जिले में कुल 224 प्रजातियों को रिकॉर्ड किया गया है। इनमें कई दुर्लभ प्रजाति की तितलियां शामिल हैं।

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